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सेतु
समाचार भी, संकार भी
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एप्रिल २7, २०१२
जय वलर्मती! जय ‘रीसाट-१’ !!
श्रीमती एन वलर्मती तमिलनाडु के कोयाम्बथुर की हैं. ये अंतरिक्ष वैज्ञानिक हैं. अबी अबी अप्रैल २६ को अंतरिक्ष में बेजे गए भारतीय निगरानी सैटेलाइट ‘रीसाट-१’ प्राजेक्ट की अद्याक्षा हैं. उल्लेखनीय हैं कि ‘रीसाट-१’ तकनिकी दृष्टी से पूर्णतया स्वदेशी हैं. ऐसी महत्वपूर्ण दायित्व निबानेवाली प्रथम भारतीय महिला हैं वलर्मती एक बात :- आज तक जिन सैटेलाइट भारत द्वारा प्रेशे गए हैं उन सब में ‘रीसाट-१’ का वजन अव्वल हैं, याने १८५८ किलो ग्राम्स. याद रहे कि बादल के बीच में से देश के कई इलाकोंको पिक्चर खींचने वाले सैटेलाइट को इस्तमाल करे, ऐसा मांग लोक सभा में उठाया गया हैं.
इरोड हिन्दुओ की विजयी गाथा : मंदिर का भू भाग वापस आया
चर्च आफ साऊथ इंडिया (सी एस अई)के कब्जे से एक हिन्दू मंदिर का १२.५६ एकड़ भूमि वापस ले लिया गया है तमिलनाडु के इरोड शहर में. शहर के केंद्र भाग में स्थित ‘पेरिया मारी अम्मन मंदिर’ (काली मंदिर) का है वह भू भाग. अंग्रेजों के जमाने में वह ‘लंदन मिशन’ क हवाले कर दिया गया. इरोड के हिन्दू भक्तों ने ‘अम्मन मंदिर भू भाग मुक्ति आन्दोलन’ खडा की और अनोके तरीके से संघर्ष झारी रखे. हाल ही में एक उत्सव के दिन आन्दोलन द्वारा ५,००० माताएं सर पर दूध के मटके रख शहर के गली गली शोभा यात्रा में गए. वह आन्दोलन का शक्ति प्रदर्शित करने में सफल हुआ. इस बीच मंदिर के ऊपर एक फ्लाई ओवर निर्माण करने निकले हैवेस विभाग ने. उस विडम्बना को भी आन्दोलन की शक्ति ही हटा ली. इरोड के म्युनिसिपल कारपरेशन सर्व सम्मति से एक प्रस्ताव पास की है कि उस फ्लाई ओवर अन्य मार्ग में बना दिया जाय तथा एक ८० फुट रास्ता बनाया जाय जो सी एस अई का एक भवन को चीर कर जाय.
सेवा में एक अनोका तरीका
तिरुप्पति बालाजी के दर्शनों के लिए हर दिन एक लाख श्रद्धालु आ पहुंचते हैं. अबी अबी दर्शन के लिए बहुत देर हो रहा था. कारण कोइ वी अई पी नही था. पर १००८ नन्हे बच्चे थे. उनको चेन्नई के राजस्थानी युवक संघ का ‘चेन्नई फ़ूड बैंक’ ने एक विशेष रेल में से दर्शन के लिए लाया था. उल्लेखनीय है की बच्चे सब ‘मानसिक रूप से मंद’ थे. ‘चेन्नई फ़ूड बैंक’ ऐसी संस्ता है जो हर महीने २०० अनातालय को २६,००० किलो चावल भेज रहा है. रा.यु.संघ का २५ साल पूरा होने पर यह कार्यक्रम लिया गया हैं.