VSK TN
विराट शक्ति का दर्शन
“इस संकल्प महाशिविर में हम एक विराट शक्ति का
दर्शन कर रहे हैं. यह एक सज्जन शक्ति का दर्शन हैं. हम सब के आत्मविश्वास के वर्धन
के लिए यह शिविर हैं.” जबलपुर में आज महाकोशल प्रान्त के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ
के ‘संकल्प महाशिविर’ का शुभारंभ करते हुए सरकार्यवाह श्री भैयाजी जोशी ने उपरोक्त
उदगार व्यक्त किये.
दर्शन कर रहे हैं. यह एक सज्जन शक्ति का दर्शन हैं. हम सब के आत्मविश्वास के वर्धन
के लिए यह शिविर हैं.” जबलपुर में आज महाकोशल प्रान्त के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ
के ‘संकल्प महाशिविर’ का शुभारंभ करते हुए सरकार्यवाह श्री भैयाजी जोशी ने उपरोक्त
उदगार व्यक्त किये.
आपने कहा की “समाज में अच्छा परिवर्तन आना चाहिए
ऐसा सोचने वाले हम हैं. विगत ८८ वर्षों से संघ की ‘सज्जन शक्ति’ के रूप में छबी
सामने आयी हैं. संघ याने राष्ट्र्भक्ति के एक विचार से, एक दिशा में चलने वालें
लोगोंका समूह हैं. देश के प्रति कर्तव्य की भावना यह हम सब की सामान सोच हैं.”
ऐसा सोचने वाले हम हैं. विगत ८८ वर्षों से संघ की ‘सज्जन शक्ति’ के रूप में छबी
सामने आयी हैं. संघ याने राष्ट्र्भक्ति के एक विचार से, एक दिशा में चलने वालें
लोगोंका समूह हैं. देश के प्रति कर्तव्य की भावना यह हम सब की सामान सोच हैं.”
“प्राकृतिक आपदाएं हो या मानव निर्मित आपदाएं..
संघ की शक्ति हमेशा आपत्ति निराकरण में लगी हैं. संघ यह सकारात्मक विचार लिया हुआ
कार्य हैं. प्राचीन काल से भारत ने समृध्द जीवन जिया हैं. भारत ने कभी किसी देश पर
आक्रमण नहीं किया. हम कभी आक्रान्ताओं के रूप में नहीं गए. हमने विचारों से लोगों
को जीता. किन्तु यह हिन्दू समाज आज बिखरा हैं. हम सक्रीय हिन्दू चाहते हैं. हम
समरस हिन्दू चाहते हैं. हम शक्तिशाली हिन्दू चाहते हैं.”
संघ की शक्ति हमेशा आपत्ति निराकरण में लगी हैं. संघ यह सकारात्मक विचार लिया हुआ
कार्य हैं. प्राचीन काल से भारत ने समृध्द जीवन जिया हैं. भारत ने कभी किसी देश पर
आक्रमण नहीं किया. हम कभी आक्रान्ताओं के रूप में नहीं गए. हमने विचारों से लोगों
को जीता. किन्तु यह हिन्दू समाज आज बिखरा हैं. हम सक्रीय हिन्दू चाहते हैं. हम
समरस हिन्दू चाहते हैं. हम शक्तिशाली हिन्दू चाहते हैं.”
अपने आगे कहा, “जहां-जहां हिन्दू समाज हैं, वहां
वहां संघ पंहुचा हैं. संघ बढ़ रहा हैं. देश को शक्तिशाली और समृध्द बनाने का लक्ष्य
लेकर हम काम कर रहे हैं.
वहां संघ पंहुचा हैं. संघ बढ़ रहा हैं. देश को शक्तिशाली और समृध्द बनाने का लक्ष्य
लेकर हम काम कर रहे हैं.
संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत भी इस
कार्यक्रम में उपस्थित थे. पचास हजार से ज्यादा स्वयंसेवकों की उपस्थिती में यह
कार्यक्रम संपन्न हुआ. प्रारम्भ में ‘स्वयंप्रेरणा से माता की सेवा का व्रत धारा
हैं..’ यह एकल गीत हुआ.
कार्यक्रम में उपस्थित थे. पचास हजार से ज्यादा स्वयंसेवकों की उपस्थिती में यह
कार्यक्रम संपन्न हुआ. प्रारम्भ में ‘स्वयंप्रेरणा से माता की सेवा का व्रत धारा
हैं..’ यह एकल गीत हुआ.
यह संकल्प महाशिविर तीन दिन चलेगा. कल ४ जनवरी
को विराट संचलन निकलेंगे. पाच जनवरी को इस महाशिविर का समापन होगा, जिसे सरसंघचालक
डॉ. मोहन भागवत संबोधित करेंगे.
को विराट संचलन निकलेंगे. पाच जनवरी को इस महाशिविर का समापन होगा, जिसे सरसंघचालक
डॉ. मोहन भागवत संबोधित करेंगे.