Agra: Samanvaya baithak is organized at from September 1 to 3, 2017 wherein senior leaders from various pariwar organizations will participate with Sarsanghchalak Mohan Ji Bhagwat.
Swayamsevaks of Rashtriya Swayamsevak Sangh from different walks of life are active in society through various organizations. Addressing a press conference at Keshav Dham, Sridham Vrindavan on Wednesday, RSS Akhil Bharatiya Prachar Pramuk Dr. Manmohan Vaidya said that the Pramukhs of 35 pariwar organizations will be present in this All India meeting held from September 1-3. The meeting will be presided by P.P. Sarsanghachalak Shri Mohan Bhagwat and Maa Sarkaryawah Shri Bhaiyya Joshi.
Two such meetings are organized in a year wherein exchange/sharing of experiences with senior leaders takes place. The Sangh volunteers are active at all levels of society; in many fields like education, service, security, self-reliance, economic areas, which is of great importance in terms of development of work. The meeting will not decide anything but only share experiences. The meeting will discuss economic, internal security and other contemporary topics.
In response to a question, he said that all the organizations are free to make their own decisions and serve on their own method. Those who are unaware of this, should understand the system of the Sangh.
Dr. Vaidya informed that in the meeting, the pramuks of various organizations of the Sangh will be present from all over the country. Also, VHP International Executive President Dr. Praveen Bhai Togadia, BJP National President Amit Shah, Union Finance Arun Jaitley, Union Home Minister Rajnath Singh and other Union Cabinet members may participate in the meet. There is also a possibility of the Chief Minister Yogi Adityanath and Deputy Chief Minister participation in the meeting. RSS Akhil Bharatiya Sah Prachar Pramuk Shri Narendra G Thakur and and Uttrakhand Prachar Pramuk Shri Padam Ji were present.
विसंक्रे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक समाज जीवन के विभिन्न
क्षेत्रों में अनेक संगठनों के माध्यम से सक्रिय है। अपनी उपलब्धि, अनुभव व
निरीक्षण को सांझा करने की दृष्टि से ऐसी समन्वय बैठक का आयोजन होता है।
यह कहना राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख मनमोहन जी
वैद्य का।
को श्रीधाम वृंदावन के केशव धाम में आयोजित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की
अखिल भारतीय समन्वय बैठक से पूर्व एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते
मनमोहन जी वैद्य ने कहा कि 1 से 3 सितंबर के मध्य आयोजित इस अखिल भारतीय
बैठक में 35 अनुशांगिक संगठनों के प्रमुख उपस्थित रहेंगे। बैठक में
सहभागिता हेतु राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प.पू. सरसंघचालक डाॅ. मोहन जी
भागवत, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह सुरेश भय्या जी जोशी, सहित
वरिष्ठ अधिकारी वृंदावन स्थित केशव धाम में पहुंच चुके हैं।
जी वैद्य ने कहा कि वर्ष में इस प्रकार की दो बैठकों का आयोजन किया जाता
है। जिसमें वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा अपने अनुभवों का आदान प्रदान किया
जाता है। उन्होंने कहा कि कि आज संघ के स्वंयसेवक शिक्षा, सेवा, सुरक्षा,
स्वावलम्बन, आर्थिक, वैचारिक क्षेत्रों में कार्यरत हैं और समाज जीवन के हर
स्तर में सक्रिय होने के कारण वहां से प्राप्त अनुभवों को सांझा करनाए
कार्य की विकास की दृष्टि से महत्व होता है। उन्होंने कहा कि यह बैठक
निर्णय करने वाली नहीं है अपितु यहां वरिष्ठ अधिकारियों का अपने अनुभवों का
समन्वय और आदान प्रदान होगा। बैठक में आर्थिक, आंतरिक सुरक्षा व अन्य
समसामयिक विषयों पर चर्चा होगी।
प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि सभी संगठन अपने निर्णय लेने के लिए
स्वतंत्र हैं और अपनी कार्यपद्धिति का निमार्ण स्वयं करते हैं। जिन्हें इस
बारे में जानकारी नहीं है, उन्हें संघ की रचना समझनी चाहिए। मनमोहन जी
वैद्य ने जानकारी दी कि बैठक में देशभर से संघ की विभिन्न गतिविधि प्रमुख
उपस्थित रहेंगे। साथ ही विहिप के अंतर्राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष डाॅ. प्रवीण
भाई तोगड़िया, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय वित्त अरूण
जेटली, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह सहित अन्य केंद्रीय मंत्रीमंडल के
सदस्य उपस्थित रहेंगे। बैठक
में उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व उपमुख्यमंत्री के आने की भी
संभावना है। पत्रकार वार्ता में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह
प्रचार प्रमुख नरेंद्र जी ठाकुर व पश्चिमी उप्र व उत्तराखंड के प्रचार
प्रमुख पदम जी उपस्थित रहे।