राष्ट्र की अस्मिता : ‘शौर्य दिवस’ 6 दिसम्बर 1992 को अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर बने एक जर्जर ढांचे को भारत के राष्ट्रीय स्वाभिमान पर एक विदेशी आक्रांता द्वारा लगाया गया कलंक का टीका मानकर लाखों कारसेवकों की भीड़ ने इस कलंक को मिटा दिया। यह एक ऐतिहासिक सच्चाई है कि […]
Ram Janmabhoomi
आधुनिक भारत के कई राष्ट्र निर्माताओं ने ‘भारत की सामूहिक अंतश्चेतना’ को अपनी वाणी और आचरण से अभिव्यक्त किया है. इस‘सामूहिक अंतश्चेतना’ की इच्छा, आकांक्षा और संकल्प है अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाकर भारत के गौरव-प्रतीक को प्रतिष्ठित करना. जैसे ही सर्वोच्च न्यायालय ने यह स्पष्ट किया कि उसकी […]
प्राणोत्सर्ग करने का दृढ़ संकल्प मंदिर पर लगे सरकारी ताले के खुलने के बाद सभी हिन्दू संगठनों ने इस स्थान पर एक भव्य मंदिर बनाने के लिए प्रयास शुरु कर दिए। इस कालखंड में निरंतर 6 वर्षों के इंतजार के बाद सरकार भी टालमटोल करती रही और न्यायालय भी इस […]
आध्यात्मिक इतिहास की एक दुलर्भ घटना श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के बनते बिगड़ते स्वरूप और बलिदानों की अविरल श्रंखला के बीच भी हिन्दुओं के द्वारा आरती वंदन और अखंड रामायण पाठ एक क्षण के लिए भी बंद नहीं हुआ। अयोध्या क्षेत्र में संत महात्मा तथा समस्त हिन्दू समाज अपने श्रीराम की […]
राष्ट्रवादी मुस्लिम सरदार और धूर्त अंग्रेज औरंगजेब के पश्चात कुछ समय तो शांति से कटा, परन्तु धर्मान्ध मुस्लिम नवाबों के अहम के कारण यह विवाद सुलझने के स्थान पर उलझता चला गया। हिन्दुओं ने एक दिन भी मंदिर पर अपने अधिकार को नहीं छोड़ा। एक कालखंड ऐसा भी आया जब […]
श्रीगुरु गोबिन्दसिंह और बाबा वैष्णवदास का रणकौशल अत्याचारी शासक और हिन्दू संहारक औरंगजेब ने अपने एक दुर्दांत सेनापति जांबाज खान को मुगल सेना के साथ अयोध्या की ओर कूच करने का हुक्म दे दिया। औरंगजेब की इन हिन्दुत्व विरोधी विनाशकारी चालों से हिन्दू संत महात्मा भी अनभिज्ञ नहीं थे। अयोध्या […]
तथाकथित मानवतावादी अकबर की कुटिल कूटनीति इस्लाम की मूल भावना और शरीयत के सभी उसूलों को तक पर रखकर बाबर ने मंदिर तोड़कर जो मस्जिद का ढांचा खड़ा कर दिया। यह हिन्दू समाज पर एक कलंक का टीका था। बाबर की विजय विदेश की विजय थी। आक्रमणकारी बाबर के द्वारा […]
इस्लामिक सिद्धान्तों को भी दफन कर दिया बाबर ने मुगल सेनापति मीरबांकी द्वारा मंदिर को तोड़कर बनाई गई मस्जिद का सफाया करने के लिए हिन्दुओं ने हमलों का तांता लगा दिया। बाबर रोज-रोज के इन युद्धों में हिन्दुओं के द्वारा अपमानित हो रहा था। वह कोई समझौता करके अपनी इज्जत […]
मंदिर के खण्डहरों पर बाबरी ढांचा अयोध्या के प्रसिद्ध हिन्दू संत स्वामी श्यामानंद को अपना गुरु मानने वाले दोनों मुस्लिम फकीरों ख्वाजा अब्बास और जलालशाह ने बाबर को चेतावनी दी कि यदि रामजन्मभूमि पर बने मंदिर को नहीं तोड़ा गया तो हिन्दू पुनः संगठित और शक्तिशाली होकर बाबर और उसके […]
दो विधर्मी फकीरों की गद्दारी सम्पूर्ण भारत के भूगोल, इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर को बर्बाद करने के उद्देश्य से विदेशी हमरावरों ने जो हिंसक रणनीति अपनाई थी उसी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था हिन्दुओं के धार्मिक स्थलों को तोड़ना और अत्यंत अपमानजनक हथकंडे अपना कर भारत के राष्ट्रीय समाज का […]