Those Fifteen days August 4, 1947 – Prashant Pole Today is 4th August … Monday. The routine of Lord Mountbatten in Viceroy in Delhi started just a little early than normal days. The atmosphere in Delhi was sultry, it was clouded, but not raining. Overall the whole atmosphere was frustrating […]
Those 15 days
अज्ञात स्वतंत्रता सेनानी : डॉक्टर हेडगेवार – 2 नरेंद्र सहगल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डॉ. केशवराव बलिराम हेडगेवार जन्मजात स्वतंत्रता सेनानी थे. ‘हिन्दवी स्वराज’ के संस्थापक छत्रपति शिवाजी, खालसा पंथ का सृजन करने वाले दशमेशपिता श्रीगुरु गोविंदसिंह और आर्यसमाज के संगठक स्वामी दयानन्द की भांति डॉ. हेडगेवार ने बालपन […]
अज्ञात स्वतंत्रता सेनानी : डॉक्टर हेडगेवार – 1 नरेंद्र सहगल एक प्रखर स्वतंत्रता सेनानी डॉक्टर केशवराव बलिराम हेडगेवार द्वारा 1925 में स्थापित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपने जन्मकाल से आज तक नाम, पद, यश, गरिमा, आत्मप्रशंसा और प्रचार से कोसों दूर रहकर राष्ट्र हित में समाजसेवा, धर्मरक्षा और राष्ट्रभक्ति के […]
वे पन्द्रह दिन – समापन *१५ अगस्त के बाद…* – प्रशांत पोळ भारत तो स्वतंत्र हो गया. विभाजित होकर..! परन्तु अब आगे क्या..? दुर्भाग्य से गांधीजी ने मुस्लिम लीग के बारे में जो मासूम सपने पाल रखे थे, वे टूट कर चूर चूर हो गए. *गांधीजी को लगता था, की […]
सर्वांग स्वतंत्रता/सर्वांगीण विकास’ की ओर संघ के बढ़ते कदम नरेन्द्र सहगल 15 अगस्त 1947 को देश दो भागों में विभक्त हो गया। ‘इंडिया दैट इज भारत’ और ‘पाकिस्तान’। भारत को राजनीतिक स्वतंत्रता प्राप्त होने बाद गांधी जी ने ‘कांग्रेस का काम पूरा हो गया अब इसे समाप्त कर के एक […]
Those 15 Days 12th August 1948 :Prashant Pole Today is Tuesday, 12th August. Today is also Parama Ekadashi, Ekadashi which comes in Purushottam month. Couple of people around Gandhiji stationed in Sodepur Ashram near Calcutta, have fast on the occasion of Parama Ekadashi. Fruits have been arranged for them. However, […]
वे पन्द्रह दिन *१५ अगस्त, १९४७* – प्रशांत पोळ आज की रात तो भारत मानो सोया ही नहीं है. दिल्ली, मुम्बई, कलकत्ता, मद्रास, बंगलौर, लखनऊ, इंदौर, पटना, बड़ौदा, नागपुर… कितने नाम लिए जाएं. *कल रात से ही देश के कोने-कोने में उत्साह का वातावरण है.* इसीलिए इस पृष्ठभूमि को देखते […]
‘खंडित भारत’ की ‘आधी अधूरी’ राजनीतिक स्वतंत्रता नरेन्द्र सहगल 1942 में हुए ‘अंग्रेजों भारत छोड़ो’ आंदोलन को अपना पूर्ण समर्थन देने के साथ स्वातंत्र्य वीर सावरकर ने एक आशंका प्रकट करते हुए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को विशेषतया महात्मा गांधी जी को चेताया था‘‘भारत छोड़ो’ का अंत कहीं भारत तोड़ो न […]
भारत छोड़ो आंदोलन’ में स्वयंसेवकों की अतुलनीय शहादतें नरेन्द्र सहगल संघ संस्थापक डॉक्टर हेडगेवार के देहावसान के बाद संघ के सभी अधिकारी एवं कार्यकर्ता अपने नये सरसंघचालक श्री गुरुजी के नेतृत्व में डॉक्टर जी द्वारा निर्धारित कार्य-विस्तार के लक्ष्य को पूरा करने हेतु परिश्रमपूर्वक जुट गए। श्रीगुरुजी एवं सहयोगी संघ […]
ESTABLISHMENT OF SANGH FOR AN ULTIMATE PROSPEROUS NATION After playing an active role in the activities of Indian National Congress accompanied with Anusheelan Samithi , many revolutionary groups ,different institutions, about 30 big to small councils /associations, newspapers, movements, sathiagrahas and gymnasiums and undergoing rigorous imprisonment for a period of […]