23

ESTABLISHMENT OF SANGH FOR AN ULTIMATE PROSPEROUS NATION  After playing an active role in the activities of Indian National Congress accompanied with Anusheelan Samithi , many revolutionary groups ,different institutions, about 30 big to small councils /associations, newspapers, movements, sathiagrahas and gymnasiums and undergoing rigorous imprisonment for a period of […]

14

अंतिम श्वास तक ‘अखंड भारत की पूर्ण स्वतंत्रता’ की चिंता नरेन्द्र सहगल भारतवर्ष की सर्वांग स्वतंत्रता के लिए चल रहे सभी आंदोलनों/संघर्षों पर डॉक्टर हेडगेवार की दृष्टि टिकी हुई थी, यही वजह रही कि डॉक्टर हेडगेवार ने अस्वस्थ रहते हुए भी अपनी पूरी ताकत संघ की शाखाओं में लाखों की संख्या में […]

18

‘संघ शिविर’ में महात्मा गांधी के साथ डॉक्टर हेडगेवार की ऐतिहासिक भेंट नरेन्द्र सहगल 14 फरवरी 1930 को अपने दूसरे कारावास से मुक्त होकर डॉक्टर हेडगेवार ने पुनः सरसंघचालक का दायित्व सम्भाला और संघ कार्य को देशव्यापि स्वरूप देने के लिए दिन-रात जुट गए। अब डॉक्टर जी की शारीरिक, मानसिक […]

19

वे पन्द्रह दिन (हिंदी)  १४ अगस्त, १९४७  – प्रशांत पोळ  कलकत्ता…. गुरुवार. १४ अगस्त  सुबह की ठण्डी हवा भले ही खुशनुमा और प्रसन्न करने वाली हो, परन्तु बेलियाघाट इलाके में ऐसा बिलकुल नहीं है. चारों तरफ फैले कीचड़ के कारण यहां निरंतर एक विशिष्ट प्रकार की बदबू वातावरण में भरी […]

20

वे पन्द्रह दिन (हिंदी) १३ अगस्त, १९४७ – प्रशांत पोळ मुंबई… जुहू हवाई अड्डा.  टाटा एयर सर्विसेज के काउंटर पर आठ-दस महिलाएं खडी है. सभी अनुशासित हैं और उनके चेहरों पर जबरदस्त आत्मविश्वास दिखाई दे रहा है. यह सभी ‘राष्ट्र सेविका समिति’ की सेविकाएं हैं.  इनकी प्रमुख संचालिका यानी लक्ष्मीबाई […]

58

वे पन्द्रह दिन (हिंदी) १२ अगस्त, १९४७ – प्रशांत पोळ आज मंगलवार, १२ अगस्त. आज परमा एकादशी है. चूंकि इस वर्ष पुरषोत्तम मास सावन महीने में आया है, इसलिए इस पुरषोत्तम मास में आने वाली एकादशी को परमा एकादशी कहते हैं. कलकत्ता के नजदीक स्थित सोडेपुर आश्रम में गांधीजी के […]