24

वे पन्द्रह दिन – समापन  *१५ अगस्त के बाद…* – प्रशांत पोळ  भारत तो स्वतंत्र हो गया. विभाजित होकर..! परन्तु अब आगे क्या..? दुर्भाग्य से गांधीजी ने मुस्लिम लीग के बारे में जो मासूम सपने पाल रखे थे, वे टूट कर चूर चूर हो गए. *गांधीजी को लगता था, की […]

19

सर्वांग स्वतंत्रता/सर्वांगीण विकास’ की ओर संघ के बढ़ते कदम नरेन्द्र सहगल 15 अगस्त 1947 को देश दो भागों में विभक्त हो गया। ‘इंडिया दैट इज भारत’ और ‘पाकिस्तान’। भारत को राजनीतिक स्वतंत्रता प्राप्त होने बाद गांधी जी ने ‘कांग्रेस का काम पूरा हो गया अब इसे समाप्त कर के एक […]